ग्रहाधीनं जगत्सर्वम्-

                          ग्रहाधीनं जगत्सर्वम्- आकाश मे ग्रह दिखाई देते है,वह पिण्ड ग्रह माने जाते है सूर्य दिखाई देता है भले ही वह कम या अधिक दिखाई देता हो लेकिन दिखाई जरूर देता है इसलिये सूर्य को सूर्य कहा जाता है,काली अन्धेरी रात मे चन्द्रमा का दर्शन जरूर होता है...

महिलाओं की कुंडली देखने का तरीका भिन्न क्यो होता है?

                        महिलाओं की कुंडली देखने का तरीका भिन्न क्यो होता है? मान्यता अनुसार हस्तरेखा के प्रेडिक्शन के दौरान महिलाओं का उल्टा हाथ देखा जाता है उसी तरह कुंडली देखने का तरीका भी भिन्न होता है क्योंकि महिलाओं की कुंडली में अनेक भिन्नता होती है। 1....

धर्मो रक्षति रक्षितः-

                          धर्मो रक्षति रक्षितः- यह मनुस्मृति अध्याय ८ का १५ वां श्लोक है, जो पूरा इस प्रकार से है- धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्।। (मनुस्मृति ८/१५) धर्म का लोप कर देने से वह लोप करने वालों का नाश...

भगवान श्रीकृष्ण का अवतार : एक धर्मयुद्ध

                          भगवान श्रीकृष्ण का अवतार : एक धर्मयुद्ध प्रत्येक देश और जाति में ऐसे समय आया करते हैं जब कि उन में ऐसे पुरुष उत्पन्न होते हैं। जो ईर्ष्या, द्वेष, स्वार्थ कदाचार तथा कायरता के भावों से भरपूर होते हैं। वे समय उस देश और जाति के पतन के सूचक होते...

कृष्ण के जीवन पर एक दृष्टि-

                                                कृष्ण के जीवन पर एक दृष्टि- कृष्ण के चरित्र में सत्य प्रकट करना बड़ा ही कठिन है क्योंकि मिथ्या और अलौकिक घटनाओं की भस्म में यहां सत्य रूपी अग्नि ऐसी छिप गई है कि उस का पता लगाना टेढ़ी खीर है। जिन उपादानों से सच्चा कृष्ण...