धर्म रथ के दो पहिये हैं- सौरज और धीरज।

                                    धर्म रथ के दो पहिये हैं- सौरज और धीरज। सत्य और शील ( शीलंपरहित चिन्तनम् ) इस रथ की दृढ़ ध्वजा और पताका है। शौर्य के साथ धैर्य हो। श्रीमद्भागवत कहता है ‘स्वभावविजयः शौर्यं सत्यं च समदर्शनम्’ जन्म- जन्म के संस्कार से बने...

गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर और सृजन शक्ति

                  गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर और सृजन शक्ति “माँ, बहन, बेटी या महबूब के साए से जुदा एक लम्हा न हो, उम्मीद करता रहता हूँ एक औरत है मेरी रूह में सदियों से दफ़न हर सदा जिस की, मैं बस गीत करता रहता हूँ” एशिया का पहला नोबेल जीतने पर रॉयटर्स के...