शिव के पंचमुख स्वरूप- एकरहस्य~

        शिव के पंचमुख स्वरूप- एकरहस्य~ जगत के कल्याण की कामना से भगवान सदाशिव के विभिन्न कल्पों में अनेक अवतार हुए जिनमें उनके सद्योजात, वामदेव, तत्पुरुष, अघोर और ईशान अवतार प्रमुख हैं । ये ही भगवान शिव की पांच विशिष्ट मूर्तियां हैं । भगवान शिव का विष्णुजी से अनन्य...

महादेव और गौ भक्ति

                      महादेव और गौ भक्ति श्री कृष्ण की लीलाओ में गौ माता को प्रधान स्थान रहा है। भगवान् विष्णु जैसे महान् गौ भक्त है उसी प्रकार श्री शंकर भी महान गौ भक्त है। पुराणों में उपलब्ध भगवान् शिव की गौ भक्ति दर्शाने वाले कुछ प्रसंग यहाँ दिए जा रहे है। एक बार...

काशी में हुऐ कुछ ऐतिहासिक शास्त्रार्थ :~

                              काशी में हुऐ कुछ ऐतिहासिक शास्त्रार्थ :~ “वादे-वादे जायते तत्वबोधः” प्राचीनकाल से ही काशी में प्रतिदिन शास्त्रसभा का आयोजन होता था।सभा में विराजमान शास्त्रमहारथी पहले शास्त्रार्थ करते थे तत्पश्चात् दक्षिणा ग्रहण करते...

गंगा एक पवित्र नदी

                                                                                          गंगा एक पवित्र नदी- हिन्‍दुओं की सबसे पवित्र नदी है। इसके किनारे मैदानी इलाकों में रहने वाले लाखों लोगों के लिए यह जीवन का आधार भी है। सच तो यह है कि गंगा घाटी दुनिया की और किसी...

बीएचयू : प्रख्यात कार्डियोलाजिस्ट पद्मश्री प्रो टी के लहरी साहब , सेवानिवृत्ती के बाद भी बीएचयू को अपनी सेवाएं दे रहे है

                                      बीएचयू : प्रख्यात कार्डियोलाजिस्ट पद्मश्री प्रो टी के लहरी साहब , सेवानिवृत्ती के बाद भी बीएचयू को अपनी सेवाएं दे रहे है । खासबात यह है कि पेंशन से सिर्फ अपने भोजन के लिए पैसा लेते है शेष पैसा बीएचयू को दान दे देते है । एक...

आद्यगुरु शंकराचार्य जी की जयंती पर विशेष

                          आद्यगुरु शंकराचार्य जी की जयंती पर विशेष वेदान्ती धर्मसम्राट् दाक्षिणात्य श्रोत्रिय नम्बूदरी कुलभूषण आचार्य शंकर देव तथा मैथिल धर्मसम्राट् ब्रह्मसिद्धि के रचयिता कर्मकाण्डी मीमांसक आचार्य मण्डन मिश्र के परस्पर गुरुत्व स्थापन हेतु संसार का...