षोडशसंस्काराः==

                            षोडशसंस्काराः== संस्कारशब्दः सम् उपसर्गपूर्वकं ‘कृञ्’धातुना घञ् प्रत्ययपूर्वकम् स्म्स्कृतभाषायां व्याकरणशास्त्रदृष्ट्या व्युत्पत्तिर्भवति । सम + कृञ् + घञ्, इति संस्कारः । संस्कारशब्दस्य प्रयोगः बहुधा भवति । मीमांसादर्शने...

हवन सामग्री ऋतु अनुसार

                                                    हवन सामग्री ऋतु अनुसार प्रश्न :- क्या हवन के माध्यम से बीमारियों की रोकथाम की जा सकती है? उत्तर :- हाँ ! हवन में विशेष प्रकार के पदार्थों की आहुति देने से कई प्रकार के रोग नष्ट होते हैं, इसे आधुनिक विज्ञान की...

श्रीयंत्र का अन्तर्निहित रहस्य यंत्रराज श्रीयंत्र साक्षात् शिव-शक्ति स्वरूप माना जाता है

                                      श्रीयंत्र का अन्तर्निहित रहस्य यंत्रराज श्रीयंत्र साक्षात् शिव-शक्ति स्वरूप माना जाता है जिसके दर्शनमात्र से सुफलों की प्राप्ति अनायास ही हो जाती है क्योंकि इसकी विभिन्न ज्यामितीय आकृतियांे का प्रत्येक भाग अपना एक सुनिश्चित रहस्य...

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की महादशा के अनुसार फल

            ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की महादशा के अनुसार फल जन्म कुंडली से हम यह जानकारी करते है की कोनसे ग्रह की महादशा समस्या पैदा कर रही तो उस ग्रह का उपाय करना चाहिए, अनुकूल और प्रतिकूल दोनों ग्रहों की महादशा का उपाय करना चाहिए, ग्रह हमारे अनुकूल है या...

मुहूर्त काल अर्थात् समय के ज्ञान की इकाई

                                      मुहूर्त काल अर्थात् समय के ज्ञान की इकाई है। इसका प्रयोग मुख्य रूप से शुभाशुभ कार्यों को करने के लिए किया जाता है। वैदिक ज्योतिष विज्ञान के अनुसार हर कार्य को आरंभ करने का एक निश्चित समय होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उस विशेष समय में...

पूजा किसे कहते है?

                                  पूजा किसे कहते है? इसको समझने के लिए पहले जन सामान्य की दृष्टि से पूजा किसे कहते हैं, वह क्यों करते हैं, इसे समझ लें तो उत्तम रहेगा। जन सामान्य की दृष्टि में पूजा का तात्पर्य तो केवल इतना मात्र है कि किसी मूर्ति के आगे सिर झुका देना,...