वेद-परिचय : सामवेदः

                                !!!—: वेद-परिचय :—!!! सामवेदः— ————— चारों वेदों में सामवेद का महत्त्व सर्वाधिक है। इसीलिए श्रीकृष्ण ने स्वयं को सामवेद कहा हैः–“वेदानां सामवेदोsस्मि।” वस्तुतः जो...

शास्त्र भी तीन प्रकार के हैं– ज्योतिष शास्त्र, कर्तव्य शास्त्र और व्यवहार शास्त्र

                            एक बार एक राजा ने विद्वान ज्योतिषियों की सभा बुलाकर प्रश्न किया…….मेरी जन्म पत्रिका के अनुसार मेरा राजा बनने का योग था मैं राजा बना, किन्तु उसी घड़ी मुहूर्त में अनेक जातकों ने जन्म लिया होगा जो राजा नहीं बन सके क्यों ..?इसका...

स्कन्द पुराण की प्रेरणादायी कथा “गुरुमंत्र का प्रभाव”

                      स्कन्द पुराण की प्रेरणादायी कथा “गुरुमंत्र का प्रभाव” ‘स्कन्द पुराण’ के ब्रह्मोत्तर खण्ड में कथा आती है,काशी नरेश की कन्या कलावती के साथ मथुरा के दाशार्ह नामक राजा का विवाह हुआ। विवाह के बाद राजा ने अपनी पत्नी को अपने पलंग...

सत्य ही ईश्वर है

            सत्य ही ईश्वर है ! सत्य’ ईश्वर का ही स्वरुप है ! एक व्यक्ति यह सोचता है कि अपने जीवन के दिन प्रतिदिन के काम काज पूरे कर लेना ही मानवता है| परन्तु ये साधारण कार्य पूरे करना तो सांसारिक कर्तव्य पूरे करना होता है यह अध्यात्मिक कार्य नहीं है| कुछ घटनाओं को...

गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर और सृजन शक्ति

                  गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर और सृजन शक्ति “माँ, बहन, बेटी या महबूब के साए से जुदा एक लम्हा न हो, उम्मीद करता रहता हूँ एक औरत है मेरी रूह में सदियों से दफ़न हर सदा जिस की, मैं बस गीत करता रहता हूँ” एशिया का पहला नोबेल जीतने पर रॉयटर्स के...

स्वामी श्री हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज

                                                          करपात्री जी{स्वामी श्री हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज} स्वतन्त्र भारत के प्रथम बंदी :- धर्मसम्राट श्री स्वामी करपात्री जी महाराज (१९०७ – १९८२) भारत के एक महान सन्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं चलते फिरते...