by Dr Ashwini Pandey | Feb 28, 2021 | Miscellaneous, इतिहास, दर्शन, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत
रामायण- एक प्रसंग *एक रात की बात हैं,माता कौशिल्या जी को सोते में अपने महल की छत पर किसी के चलने की आहट सुनाई दी। नींद खुल गई । पूछा कौन हैं ?* *मालूम पड़ा श्रुतिकीर्ति जी हैं ।नीचे बुलाया गया* *श्रुतिकीर्ति जी, जो सबसे छोटी बहु हैं, आईं, चरणों में...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 28, 2021 | दर्शन, वेद, सनातन धर्म
रुद्राक्ष क्या है 1. वेदों, पुराणों एवं उपनिषदों में रुद्राक्ष की महिमा का विस्तार पूर्वक वर्णन प्राप्त होता है। रुद्राक्ष दो शब्दों से मिलकर बना है रूद्र अर्थात भगवान शिव तथा अक्ष अर्थात नेत्र इन दोनों शब्दों का युग्म करें तो इसे भगवान शिव...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 22, 2021 | दर्शन
कवि वेंकटाध्वरी- कवि वेंकटाध्वरी मात्र ग्यारह वर्ष की अवस्थामें माता पितासे दूर उनसे अलग हो कर काशी में संस्कृत पढ़ने आया। उसे कुछ भी नहीं मालूम था कि उसे कहाँ किसके पास रुकना है। वह संस्कृत संकाय में चला गया। उसके...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 22, 2021 | Miscellaneous, Quotes, दर्शन, फोटो गैलेरी, संस्कृत रचनायें
अवन्ध्यकोपस्य निहन्तुरापदां भवन्ति वश्याः स्वयं एव देहिनः। अमर्षशून्येन जनस्य जन्तुना न जातहार्देन न विद्विषादरः।।(किरातार्जुनीयं 1/33) इस जगत में लोग उसी की अधीनता स्वीकार करते हैं, जिसका क्रोध कभी व्यर्थ नही जाता है और जो अपने सारे दुर्भाग्य व...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 20, 2021 | Miscellaneous, दर्शन
एक संत ने एक द्वार पर दस्तक दी और आवाज लगाई ” भिक्षां देहि “। एक छोटी बच्ची बाहर आई और बोली, ‘‘बाबा, हम गरीब हैं, हमारे पास देने को कुछ नहीं है।’’ संत बोले, ‘‘बेटी, मना मत कर, अपने आंगन की धूल ही दे दे।’’ लड़की ने एक मुट्ठी धूल उठाई और...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 20, 2021 | Miscellaneous, दर्शन, फोटो गैलेरी, सनातन धर्म
माना जाता है कि भगवान विष्णु जब चारों धामों पर बसे अपने धामों की यात्रा पर जाते हैं तो हिमालय की ऊंची चोटियों पर बने अपने धाम बद्रीनाथ में स्नान करते हैं। पश्चिम में गुजरात के द्वारिका में वस्त्र पहनते हैं। पुरी में भोजन करते हैं और दक्षिण में...
Recent Comments