by Dr Ashwini Pandey | Feb 19, 2021 | Miscellaneous, इतिहास, दर्शन, वेद, सनातन धर्म
मैं नर्मदा हूं मैं नर्मदा हूं। जब गंगा नहीं थी , तब भी मैं थी। जब हिमालय नहीं था , तभी भी मै थी। मेरे किनारों पर नागर सभ्यता का विकास नहीं हुआ। मेरे दोनों किनारों पर तो दंडकारण्य के घने जंगलों की भरमार थी। मैं अनेक वर्षों तक आर्यावर्त की सीमा रेखा बनी रही। उन...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 16, 2021 | Miscellaneous, इतिहास, दर्शन
#पिकासो (Picasso) स्पेन में जन्मे एक अति प्रसिद्ध चित्रकार थे। उनकी पेंटिंग्स दुनिया भर में करोड़ों और अरबों रुपयों में बिका करती थीं…!! एक दिन रास्ते से गुजरते समय एक महिला की नजर पिकासो पर पड़ी और संयोग से उस महिला ने उन्हें पहचान लिया। वह...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 15, 2021 | Miscellaneous, इतिहास, दर्शन, वेद, सनातन धर्म
धर्मसम्राट् श्रीस्वामी करपात्रीजी महाराज के परमभक्त पूर्वाम्नाय-गोवर्धनमठ-पुरीपीठ के पूर्वाचार्य/144वें जगद्गुरु शंकराचार्य ब्रह्मलीन श्री स्वामीनिरंजनदेव तीर्थजी महाराज अपने पूर्वाश्रम में श्रीमहाराजजी डॉ. चन्द्रशेखर दवे (द्विवेदी) के नाम से...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 15, 2021 | इतिहास, दर्शन, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत
“सोलह कला”:- श्रीराम बारह और भगवान कृष्ण सोलह कलाओं के स्वामी माने गए हैं … भगवान श्रीकृष्ण के बारे में कहा जाता था कि वह संपूर्णावतार थे और मनुष्य में निहित सभी सोलह कलाओं के स्वामी थे। यहां पर कला शब्द का प्रयोग किसी ‘आर्ट’...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 13, 2021 | Miscellaneous, दर्शन, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत
शिव-शक्ति ” अलिंग-लिंग तत्त्व निरूपण ” निर्गुण ब्रह्म शिव जो ” अलिङ्ग ” है , लिङ्ग रूप प्रकृति का मूल कारण है , साथ ही स्वयं लिङ्ग रूप ( प्रकृति रूप )भी वही है । लिङ्ग रूप प्रकृति भी शिवोद्भासित है। शब्द, स्पर्श,...
by Dr Ashwini Pandey | Feb 12, 2021 | Miscellaneous, इतिहास, दर्शन, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत
वज्रसुचिकोपनिषद ( वज्रसूचि उपनिषद् ) यह उपनिषद सामवेद से सम्बद्ध है ! इसमें कुल ९ मंत्र हैं ! सर्वप्रथम चारों वर्णों में से ब्राह्मण की प्रधानता का उल्लेख किया गया है तथा ब्राह्मण कौन है, इसके लिए कई प्रश्न किये गए हैं ! क्या ब्राह्मण जीव है...
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