by Dr Ashwini Pandey | Feb 16, 2021 | इतिहास, काशी, भारत के यादगार सौ विद्वान, सनातन धर्म
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त कराकर केवल शिक्षित बना भर देने का उद्देश्य इस विश्वविद्यालय की स्थापना के पीछे नहीं था। इस विश्वविद्यालय से शिक्षित होकर निकलने वाले विद्यार्थियों से यह अपेक्षा रखी जाती थी कि उनमें स्वदेश...
by Dr Ashwini Pandey | Dec 30, 2020 | भारत के यादगार सौ विद्वान, सनातन धर्म, संस्कृत, संस्कृत इतिहास, संस्कृत के प्रमुख विद्वान्
अरुण उपाध्याय जी की कलम से – कालिदास त्रयी-३ मुख्य कालिदास थे तथा अन्य ३ का उपनाम कालिदास था। तीन कालिदासों का उल्लेख राजशेखर की काव्य मीमांसा में किया है, जल्हण की सूक्ति मुक्तावली तथा हरि कवि की सुभाषितावली मे भी- एकोऽपि जीयते...
by Dr Ashwini Pandey | Dec 23, 2020 | Astrology, Astronomy, Miscellaneous, Quotes, Vastushastra, आत्म परिचय, इतिहास, उपाय, काशी, चलचित्र, ज्योतिष, डॉ. अश्विनी पाण्डेय की कलम से, दर्शन, प्रकाशित पुस्तकें, फोटो गैलेरी, भारत के यादगार सौ विद्वान, वास्तुशास्त्र, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत, संस्कृत भाषा, संस्कृत रचनायें, साहित्य रचना
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की महादशा के अनुसार फल जन्म कुंडली से हम यह जानकारी करते है की कोनसे ग्रह की महादशा समस्या पैदा कर रही तो उस ग्रह का उपाय करना चाहिए, अनुकूल और प्रतिकूल दोनों ग्रहों की महादशा का उपाय करना चाहिए, ग्रह हमारे अनुकूल है या...
by Dr Ashwini Pandey | Dec 18, 2020 | भारत के यादगार सौ विद्वान, सनातन धर्म
युजे वां ब्रह्म पूर्व्यं नमोभिर्विश्लोक एतु पथ्येव सूरेः। शृण्वन्तु विश्वे अमृतस्य पुत्रा आ ये धामानि दिव्यानि तस्थुः॥ सुरेः पथि एव वां नमोभिः पूर्व्यं ब्रह्म युजे। विश्लोकः एतु। सर्वे अमृतस्य पुत्राः शृण्वन्तु ये दिव्यानि धामानि...
by Dr Ashwini Pandey | Dec 3, 2020 | भारत के यादगार सौ विद्वान, सनातन धर्म
ऋषि अष्टावक्र की कथा अष्टावक्र की माता का नाम सुजाता था। उनके पिता कहोड़ वेदपाठी और प्रकांड पंडित थे तथा उद्दालक ऋषि के शिष्य और दामाद थे। राज्य में उनसे कोई शास्त्रार्थ में जीत नहीं सकता था। अष्टावक्र जब गर्भ में थे तब रोज उनके पिता से...
by Dr Ashwini Pandey | Nov 13, 2020 | इतिहास, काशी, भारत के यादगार सौ विद्वान
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त कराकर केवल शिक्षित बना भर देने का उद्देश्य इस विश्वविद्यालय की स्थापना के पीछे नहीं था। इस विश्वविद्यालय से शिक्षित होकर निकलने वाले विद्यार्थियों से यह अपेक्षा रखी जाती थी कि उनमें...
Recent Comments