कुंडली में द्वादश (12)भाव विश्लेषण :-

कुंडली में द्वादश (12)भाव विश्लेषण :- कुंडली के बारहवें घर को ज्योतिष में व्यय स्थान अथवा व्यय भाव कहा जाता है तथा कुंडली का यह घर मुख्य रुप से कुंडली धारक के द्वारा अपने जीवन काल में खर्च किए जाने वाले धन के बारे में बताता है तथा साथ ही साथ कुंडली का यह घर यह संकेत...

जन्मकुंडली में शनि मंगल सम्बन्ध

जन्मकुंडली में शनि मंगल सम्बन्ध  शनि और मंगल इन दोनों का आपसी संबंधी अच्छा नही होता।शनि एक पाप ग्रह है तो मंगल क्रूर ग्रह है जब यह दोनों आपस में युति दृष्टि आदि तरह से सम्बन्ध बनाते है तो इनकी क्रूरता और इनसे सम्बंधित क्रूर फलो में वृद्धि हो जाती है। शनि मंगल के बीच...

अस्त ग्रह का वास्तविक रूप और प्रभाव

अस्त ग्रह के बारे में एक तथ्य यह है कि अस्त स्थान विशेष पर ही होता है, पूरे संसार में नहीं होता। सूर्य रात्रि में भी अस्त नहीं होता और चन्द्रमा (अमावस्या के अलावा) दिन में भी उदित होता है, हालांकि पृथ्वी के उस विशेष हिस्से में ये दिखते भी नहीं, इसी प्रकार दूसरे ग्रहों...

ज्योतिष : क्या और क्यो?

                            ज्योतिष : क्या और क्यो? आकाश की तरफ नजर डालते ही दिमाग में सवाल पैदा होता है कि ग्रह-नक्षत्र क्या होते हैं? इनमें से कुछ दिन में और कुछ रात में क्यों छुप जाते हैं? सारे ग्रह एक साथ डूब क्यों नहीं जाते? सूरज, प्रतिदिन पूर्व दिशा से...

चंद्रग्रहण का भ्रम (05-07-2020) सिद्धांतीय विश्लेषण

*भारतीय ज्योतिष में ग्रहण का अपना एक विशेष महत्व है । ग्रहण के अनेक प्रकार होते हैं उसमें से एक प्रकार है उपच्छाया ग्रहण।* यह उपच्छाया चन्द्रग्रहण इस वर्ष 5 जुलाई 2020 को (आषाढ पूर्णिमा) रात्रि में पड़ रहा है । क्या इस उपच्छाया चंद्र ग्रहण का प्रभाव पृथ्वी पर कुछ...