by Dr Ashwini Pandey | May 9, 2021 | इतिहास, काशी, दर्शन, भारत के यादगार सौ विद्वान, वेद, सनातन धर्म
आद्यगुरु शंकराचार्य जी की जयंती पर विशेष वेदान्ती धर्मसम्राट् दाक्षिणात्य श्रोत्रिय नम्बूदरी कुलभूषण आचार्य शंकर देव तथा मैथिल धर्मसम्राट् ब्रह्मसिद्धि के रचयिता कर्मकाण्डी मीमांसक आचार्य मण्डन मिश्र के परस्पर गुरुत्व स्थापन हेतु संसार का...
by Dr Ashwini Pandey | Apr 30, 2021 | इतिहास, दर्शन, सनातन धर्म
कर्ण को लेकर भारतीय मानस में बहुत सारी भ्रंतियाँ प्रसृत हैं। जिसका कारण संस्कृतेतर कवियों की कविताएं और टीवी सीरियल्स में दिखाई गई बातें हैं, हिंदी के महान कवि श्री रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जी की रश्मिरथी...
by Dr Ashwini Pandey | Apr 29, 2021 | इतिहास, दर्शन, वेद, सनातन धर्म
#आदिशंकराचार्यजयन्तीपर_विशेष भारतीय संस्कृति के विकास एवं संरक्षण में आद्य शंकराचार्य का विशेष योगदान रहा है। आचार्य शंकर का जन्म पश्चिम सुधन्वा चौहान, जो कि शंकर के समकालीन थे, उनके ताम्रपत्र अभिलेख में शंकर का जन्म युधिष्ठिराब्द २६३१ शक् (५०७...
by Dr Ashwini Pandey | Apr 20, 2021 | दर्शन, वेद, सनातन धर्म
पितरों के समान हैं ये 3 वृक्ष, 3 पक्षी, 3 पशु और 3 जलचर, धर्मशास्त्रों अनुसार पितरों का पितृलोक चंद्रमा के उर्ध्वभाग में माना गया है। दूसरी ओर अग्निहोत्र कर्म से आकाश मंडल के समस्त पक्षी भी तृप्त होते हैं। पक्षियों...
by Dr Ashwini Pandey | Apr 19, 2021 | इतिहास, दर्शन
यद्यात्रया व्यापकता हता ते भिदैकता वाक्परता च स्तुत्या । ध्यामेन बुद्धे; परत; परेशं जात्याऽजता क्षन्तुमिहार्हसि त्वं ।। (यात्रा करके मैंने आपकी व्यापकता, भेद करके एकता, स्तुति करके वाक्परता, ध्यान करके आपकी बुद्धि...
by Dr Ashwini Pandey | Apr 18, 2021 | Miscellaneous, दर्शन, साहित्य रचना
जैकरंडा या नीला गुलमोहर अमित ने इसे पांच रंगों में खिलने वाला पेड़ कहा है, किन्तु श्री देवेन्द्र मेवाड़ी जी ( प्रसिद्ध लेखक ) इसे केवल इसी रंग का मानते हैं। नीला गुलमोहर। शोध छात्र अमित चौबे ने यह चित्र भेजा है। सोच रहा हूँ कि हमारे युवा खिले हुए फूल...
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