वीणा

            वीणा- प्राचीन काल का एक प्रसिद्ध बीन विशेष तत जातीय वाद्य है और इसका प्रचार अब तक भारत के पुराने ढंग के गवैयों में है । इसमें बीच में एक लंबा पोला दंड होता है, जिसके दोनों सिरों पर दो बड़े बड़े तूँबे लगे होते हैं और एक तूंबे से दूसरे तूँबे तक, बीच के दंड...

शिवपार्वती~एक अलौकिक साधना-

              शिवपार्वती~एक अलौकिक साधना- जन्म कोटि लगि रगर हमारी, बरउँ संभु न तो रहउँ कुंआरी – तुलसीबाबा __________________________________________ कल शिव की मोहक छवि पर मेरा चक्षुपात हुआ। मुझे पार्वती का शिवपद अनुराग स्मृत हो आया। सर्वगुणसम्पन्न एक युवती का...

ग्रहों कि युति और प्रतियुति

                    ग्रहों कि युति और प्रतियुति ===={{================}}============ जब दो ग्रह एक ही राशि में हों तो इसे ग्रहों की युति कहा जाता है। जब दो ग्रह एक-दूसरे से सातवें स्थान पर हों अर्थात् 180 डिग्री पर हों, तो यह प्रतियुति कहलाती है। अशुभ ग्रह या...

वैखरी मध्यमा पश्यन्ति

                      ****** वैखरी मध्यमा पश्यन्ति ******** ========================== इस ब्रह्मांडमें चार प्रकार की वाणी है । वैखरी , मध्यमा , पश्यंती ओर परावाणी । 1 वैखरी – जो कंठसे ध्वनि द्वारा शब्दसे बोली जाय और कान द्वारा सुनी जाय वो वैखरी वाणी है । मन...

हनुमज्जयन्ती शब्द हनुमज्जन्मोत्सव की अपेक्षा विलक्षण एवं रहस्यगर्भित है।

                                “हनुमज्जयन्ती शब्द हनुमज्जन्मोत्सव की अपेक्षा विलक्षण एवं रहस्यगर्भित है।” आज हनुमज्जयन्ती महोत्सव है। आजकल वाट्सएप्प से ज्ञानवितरण करने वाले एक मूर्खतापूर्ण सन्देश सर्वत्र प्रेषित कर रहे हैं कि हनुमज्जयन्ती न कहकर इसे...