by Dr Ashwini Pandey | Jan 17, 2022 | Miscellaneous, इतिहास, दर्शन, सनातन धर्म
याज्ञसेनी नाम था उसका। महर्षि धौम्य ने जन्म के बाद उसको अवभृत स्नान कराया था। यह जन्म सामान्य बात न थी। अग्निजा थी वह। अरणियों से प्रज्ज्वलित धूमरहित वह्नि शिखाओं को पिया था उसने। माता का दूध क्या होता है, उसे न पता था और न ही वह यह जानने...
by Dr Ashwini Pandey | Jan 15, 2022 | Astrology, Astronomy, Miscellaneous, ज्योतिष
मुख्य रूप से जन्म कुण्डली से ही पितृ दोष का निर्णय किया जाता है परंतु स्वप्न में पितृ के दर्शन होना,घर मे किसी के मृत्यु के बाद उनका अहसास होना भी एक प्रकार से पितृदोष ही है । सूर्य आत्मा एव पिता का कारक ग्रह है,पिता का...
by Dr Ashwini Pandey | Jan 4, 2022 | Astrology, Miscellaneous, ज्योतिष
शिशु त्रिपताकीरिष्ट : परिचय भाग किसी नवजातक के लिए जन्मपत्री प्रस्तुति के बाद, इसके माध्यम से “शिशुरिष्ट” मालूम करने में ”गण्ड रिष्ट’ से अलग पाराशरीय ‘वाराधिपति’, ‘यामार्द्धपति’ और...
by Dr Ashwini Pandey | Jan 2, 2022 | Astrology, Astronomy, Miscellaneous, ज्योतिष
केतुग्रह~ समग्रचिन्तन – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु एक छाया ग्रह है जो स्वभाव से पाप ग्रह भी है। केतु के बुरे प्रभाव से व्यक्ति को जीवन में कई बड़े संकटों का सामना करना पड़ता है। हालांकि यही केतु जब शुभ होता है तो व्यक्ति को...
by Dr Ashwini Pandey | Dec 15, 2021 | Miscellaneous, इतिहास, भारत के यादगार सौ विद्वान, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत, संस्कृत के प्रमुख विद्वान्, संस्कृत रचनायें
माँ #मदालसा: महर्षि #कश्यप पुत्र गंधर्वराज #विश्वावसु पुत्री.. ऋषियों ने भारतभूमि को आदिकाल से अपनी तपस्या द्वारा पुण्यभूमि बनाया है। यहां अनेक प्रकार के विद्वान ऋषि तथा विदुषियां हुई हैं, जिनके अच्छे कार्यों के लिए उन्हें सदैव...
by Dr Ashwini Pandey | Nov 28, 2021 | Astronomy, Miscellaneous, इतिहास, दर्शन, भारत के यादगार सौ विद्वान, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत इतिहास, संस्कृत रचनायें, साहित्य रचना
भारतीय गणित का इतिहास~ एक सिंहावलोकन- सभी प्राचीन सभ्यताओं में गणित विद्या की पहली अभिव्यक्ति गणना प्रणाली के रूप में प्रगट होती है। अति प्रारंभिक समाजों में संख्याये रेखाओं के समूह द्वारा प्रदर्शित की जाती थी। यद्यपि बाद में विभिन्न संख्याओं को...
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