by Dr Ashwini Pandey | Jun 30, 2022 | Miscellaneous, उपाय, दर्शन, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत रचनायें
आदित्य हृदय स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित ततो युद्धपरिश्रान्तं समरे चिन्तया स्थितम् । रावणं चाग्रतो दृष्ट्वा युद्धाय समुपस्थितम् ॥1॥ दैवतैश्च समागम्य द्रष्टुमभ्यागतो रणम् । उपगम्याब्रवीद् राममगस्त्यो भगवांस्तदा ॥2॥ हिंदी अर्थ: उधर श्री रामचन्द्रजी...
by Dr Ashwini Pandey | Jun 17, 2022 | Miscellaneous, इतिहास, दर्शन, फोटो गैलेरी, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत
वीणा- प्राचीन काल का एक प्रसिद्ध बीन विशेष तत जातीय वाद्य है और इसका प्रचार अब तक भारत के पुराने ढंग के गवैयों में है । इसमें बीच में एक लंबा पोला दंड होता है, जिसके दोनों सिरों पर दो बड़े बड़े तूँबे लगे होते हैं और एक तूंबे से दूसरे तूँबे तक, बीच के दंड...
by Dr Ashwini Pandey | May 24, 2022 | Miscellaneous, इतिहास, उपाय, दर्शन, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत
शिवपार्वती~एक अलौकिक साधना- जन्म कोटि लगि रगर हमारी, बरउँ संभु न तो रहउँ कुंआरी – तुलसीबाबा __________________________________________ कल शिव की मोहक छवि पर मेरा चक्षुपात हुआ। मुझे पार्वती का शिवपद अनुराग स्मृत हो आया। सर्वगुणसम्पन्न एक युवती का...
by Dr Ashwini Pandey | May 22, 2022 | Astrology, Astronomy, उपाय, ज्योतिष, वेद, सनातन धर्म
ग्रहों कि युति और प्रतियुति ===={{================}}============ जब दो ग्रह एक ही राशि में हों तो इसे ग्रहों की युति कहा जाता है। जब दो ग्रह एक-दूसरे से सातवें स्थान पर हों अर्थात् 180 डिग्री पर हों, तो यह प्रतियुति कहलाती है। अशुभ ग्रह या...
by Dr Ashwini Pandey | May 18, 2022 | Miscellaneous, दर्शन, वेद, सनातन धर्म
****** वैखरी मध्यमा पश्यन्ति ******** ========================== इस ब्रह्मांडमें चार प्रकार की वाणी है । वैखरी , मध्यमा , पश्यंती ओर परावाणी । 1 वैखरी – जो कंठसे ध्वनि द्वारा शब्दसे बोली जाय और कान द्वारा सुनी जाय वो वैखरी वाणी है । मन...
by Dr Ashwini Pandey | Apr 20, 2022 | Miscellaneous, इतिहास, वेद, सनातन धर्म, संस्कृत
(What is Yoga?) योग का स्वरूप- योग शब्द वेदों, उपनिषदों, गीता एवं पुराणों आदि में अति पुरातन काल से व्यवहृत होता आया है। भारतीय दर्शन में योग एक अति महत्त्वपूर्ण शब्द है। आत्मदर्शन एवं समाधि से लेकर कर्मक्षेत्र...
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